Volcano (ज्वालामुखी) । ज्वालामुखी उद्भेदन । ज्वालामुखी क्या है और इसके प्रकार -gernal studies
ज्वालामुखी उद्भेदन - general studies
ज्वालामुखी उद्गार के फलस्वरूप निकलने वाले पदार्थ ठोस, द्रव एवं गैस तीनों रूपों में होते हैं। गैसों में 80-90% जलवाष्प (H, एवं O.) एवं CO तथा SO, गैस निकलती है। * चट्टानी टुकड़े जो लावा एवं भूपटल के टूटने से निकलते हैं, उन्हेंपायरोक्लास्ट([Pyroclast) कहते हैं। पिघला लावा ऊँचाई तक जाकर घरातल पर गिरने से पहले अण्डाकार आकृति में गिरते हैं, जिसे ज्वालामुखी बम कहते हैं। जब इनका आकार कांच की गोलियों के समान होता है, तो लैपली कहा जाता है।
Volcano - Progkstudy |
Types of volcano - ज्वालामुखी के प्रकार - gernal studies
उदगार की अवधि के आधार पर- ज्वालामुखी तीन प्रकार के होते हैं
1. सक्रिय ज्वालामुखी (Active volcano)-
जिन ज्वालामुखियों से लावा, गैस आदि सदैव बाहर निकला करते हैं, सक्रिय ज्वालामुखी कहते हैं।
एस्ट्राम्बोली से सदैव प्रज्जवलित गैसें निकलती हैं, जिसे 'भूमच्यसागर का प्रकाश स्तम्भ' कहते हैं।
विश्व का सबसे ऊंचा सक्रिय ज्वालामुखी
दस हजार घुंआरों की घाटी 'कटमई (अलास्का)' को कहते हैं। विश्व का सबसे ऊंचा सक्रिय ज्वालामुखी कोटोपैक्सी (5879 मी०) है। यह इक्वेडोर में है।
#संसार में सर्वाधिक सक्रिय ज्वालामुखी -
-किलायू (हवाई द्वीप) है।
2. प्रसुप्त ज्वालामुखी(Dormant volcano)-
प्रसुप्त ज्वालामुखी उद्गार के बाद शान्त पड़ जाते हैं परन्तु इनमें कभी भी उद्गार हो सकता है। उदाहरण- इटली का विसूवियस, इण्डोनेशिया का क्राकातोआ, जापान का प्यूजीयामा आदि।
3.मृत ज्वालामुखी(Extinct volcano)-
भूगर्भिक इतिहास के अनुसार बहुत लम्बे समय से पुनः उद्गार नहीं हुआ मृत ज्वालामुखी कहलाता है। उदाहरण- वर्मा (म्यांमार) का माउण्टपोपा, तंजानिया का किलिमंजारो, इरान का कोहू सुल्तान, देमवन्द, दक्षिण अमेरिका (इक्वेडोर) का चम्बारेजो।
क्रेटर क्या है? -
*मृत पड़े ज्वालामुखी के शीर्ष पर कीप के आकार की गर्त को क्रेटर कहा जाता है और जब क्रेटर विस्तृत रूप ले लेता है, तो उसे काल्डेरा कहते हैं। जैसे- अमेरिका में ओरेगन झील, भारत में- महाराष्ट्र की लोनार झील राजस्थान की पुष्कर झील।
*जब ज्वालामुखी के मुख से केवल गैस एवं वाष्प निकलती है, तो उसे सोल्फतारा कहते हैं।