Type Here to Get Search Results !

भारतीय मृदा का वर्गीकरण- indian soil types

भारतीय मृदा का वर्गीकरण, प्रकार ,विशेषताएं- Indian soils types 

हम जानते हैं कि भारत में होने वाली लगभग सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में सामान्य ज्ञान (भारतीय मृदा) से संबंधित बहुत सारे प्रश्न पूछे जाते हैं जैसे - भारतीय मृदा का वर्गीकरण , Indian soils classification etc जो बहुत महत्वपूर्ण होती  है। 
भारतीय मृदा (Indian soils)- का वर्गीकरण, प्रकार एवं विशेषताएं- indian geography -Soil classification_gernal knowledge, Gk in Hindi
This image by pmfias.com




अधिकांश आकांक्षी इसमें अच्छे अंक प्राप्त करना चाहते हैं तो हम यह भी जानते हैं कि ssc परीक्षा बहुत कठिन परीक्षाओं में से एक है, इसलिए हम आपके लिए हजारों सामान्य ज्ञान के प्रश्न और उत्तर एकत्र करते हैं, जो आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है। 

भारतीय मृदा का वर्गीकरण - classification of Indian soil

भारत में अनेक प्रकार की मिट्टियां पाई जाती है सुविधा की दृष्टि से भारतीय मिट्टी का वर्गीकरण कई सर्वेक्षण विश्लेषण कई गैर सरकारी तथा सरकारी संगठनो ने किया है भारतीय मिट्टी को मुख्यतः 5 वर्गों में विभाजित किया गया है 

भारतीय मृदा के प्रकार या वर्गीकरण (Indian soil types)

  • 1.जलोढ़ मिट्टी 4.3.4%,
  • 2.लाल मिट्टी 18.6%, 
  • 3.काली मिट्टी 15.2%
  • 4.लेटराइट मिट्टी 3.7% 
  • 5.पर्वतिये मिट्टी 
  • 6.मरुस्थलीय मिट्टी 
  • 7.वन्य मिट्टी 

तथा अन्य मिट्टियां 17.91%क्षेत्रफल पर पाई जाती है 

1.लेटराइट मिट्टी - भारतीय मृदा का वर्गीकरण-Soil classification

लेटराइट मिट्टी,भारतीय मृदा का वर्गीकरण,Indian soil types,Indian soils classification,भारतीय मृदा, Indian soils

                      लेटराइट मिट्टी


लेटराइट मिट्टी यह मिट्टियां मुख्यता उन क्षेत्रों में पाई जाती है जहां सेंटीमीटर से अधिक वर्षा होती है लेटराइट मिट्टी में लोहा एवं एलमुनियम की अधिकता जबकि नाइट्रोजन ,पोटाश, चूना एवं जैविक तत्व की कमी होती है यह मिट्टी प्राय: अनुवर्र है किन्तु उर्वरकों का प्रयोग करके चावल रागी मक्का गन्ना काजू आदि फसलें उगाई जाती है भारतीय मृदा का वर्गीकरण (Indian soils classification) इन के अंतर्गत क्षेत्र पूर्वी घाट पश्चिमी घाट असम मेघालय प्रमुख हैं

  

 2.काली मिट्टी -भारतीय मृदा का प्रकार

भारतीय मिट्टी के प्रकार, Indian soil types,भारतीय मृदा , काली मिट्टी,भारतीय मृदा का वर्गीकरण ,Indian soils classification
काली मिट्टी 

इसे रेगुर मिट्टी भी कहते हैं इसमें मुख्यतः कपास की खेती की जाती है इसलिए इसे कपासी मिट्टी कहते हैं इस मिट्टी का निर्माण ज्वालामुखी उद्गार से निकले लावा पदार्थ के जमाव से हुआ है इसलिए इस मिट्टी को अग्नियेें मिट्टी भी कहा जाता है भारतीय मृदा का वर्गीकरण (Indian soils classification)

और पढ़ें- भारत की प्रमुख नदी परियोजनाएं : Indian geography। Gernal knowledge 

3.लाल मिट्टी  -indian geography । Ssc 

भारतीय मिट्टी के प्रकार,भारतीय मृदा का वर्गीकरण,Indian soil types,Indian soils classificationभारतीय मृदा (Indian soils)

तमिलनाडु कर्नाटक आंध्र प्रदेश छत्तीसगढ़ उड़ीसा झारखंड में व्यापक रूप से तथा दक्षिणी उत्तर प्रदेश तथा राजस्थान के कुछ क्षेत्रों में विस्तृत है उस मिट्टी में चुना मैग्नीशियम फास्फेट नाइट्रोजन पोटाश तथा ह्यूमस तत्वों की कमी होती है यह मिट्टी रन्रद युक्त कंकरीली तथा गहराई वाली होती है इस मिट्टी में गेहूं चावल तंबाकू ज्वार बाजरा तथा मोटे अनाज की खेती की जाती है 

4.जलोढ़ मिट्टी - indian soils

भारतीय मृदा का वर्गीकरण,Indian soil types,Indian soils classification,भारतीय मृदा (Indian soils),जलोढ़ मिट्टी, gk in Hindi, Progkstudy
जलोढ़ मिट्टी भारत के विशाल मैदानी भाग में यह मिट्टी नदियों द्वारा लाए गए अवसाद के जमाव से बनती है इस मिट्टी में पोटाश फास्फोरिक अम्ल जूना तथा जैविक तत्व की समृद्धि होती है जबकि नाइट्रोजन एवं ह्यूमस तत्वों की कमी होती है 

5.पर्वतीय

पर्वतीय मिट्टी पर्वत के ढालो एवं घाटी में पाई जाती है इन मिट्टी में चाय का भी आलू तथा वृक्ष दार फसलों को उत्पादित किया जाता है।

और पढ़ें-quiz gk -quizzes -General science- gk in hindi- gk in hindi quiz

<Amazon Business Exclusive Deals 

  6.मरुस्थलीय मिट्टी (desert soils)- progkstudy

मरुस्थलीय मिट्टी (desert soils),भारतीय मृदा का वर्गीकरण,Indian soil types,Indian soils classification ,progkstudy,भारतीय मृदा (Indian soils)- का वर्गीकरण, प्रकार एवं विशेषताएं- indian geography

मरुस्थलीय मिट्टी राजस्थान सौराष्ट्र कच्छ हरियाणा धुरी पंजाब में लगभग1.42 लाख किलोमीटर(2)  क्षेत्रफल पर पाई जाती है यह मिट्टी बलूयी एवं बजरी युक्त होती है यह प्रायः  छारीय मिट्टी है इसमें नाइट्रोजन कैलशियम कार्बोनेट तथा जैविक तत्वों की कमी पाई जाती है सिंचाई की व्यवस्था करके ज्वार बाजरा एवं मोटे अनाज की खेती की जाती है

7.वन्य मिट्टी (forest soils) -Indian soils 

वन्य मिट्टी  ,(Indian soils)- का वर्गीकरण, प्रकार एवं विशेषताएं- indian geography,वन्य मिट्टी (forest soils) -Indian soils,gk in Hindi,progkstudy

वन्य मिट्टियां हिमालय की शंकुधारी वन क्षेत्रों में 3000 मीटर की ऊंचाई पर मिलती है यहां भूमि पत्तियों से ढकी होती है मिट्टी का रंग पराया गहरा तथा वन्य मिट्टियों में जीवाश्म की प्रचुरता किंतु पोटाश फास्फोरस एवं चूना की कमी होती है वन्य मिट्टी बागवानी फसलों में फलों के उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण होती है

यह भी पढ़ें- Volcano (ज्वालामुखी) । ज्वालामुखी उद्भेदन । ज्वालामुखी क्या है और इसके प्रकार -gernal studies 

8.पीट एवं दलदली मिट्टी - वर्गीकरण,विशेषताएं

Indian soils, पीट एवं दलदली मिट्टी - वर्गीकरण,विशेषताएं,भारतीय मृदा (Indian soils)- का वर्गीकरण, प्रकार एवं विशेषताएं- ,Progkstudy, indian geography

पीट एवं दलदली मिट्टी वर्षा ऋतु में जलमग्न हो जाते हैं जिससे काली मिट्टी भारी एवं अम्लीय हो जाती है इस मिट्टी में जैविक पदार्थों की अधिकता जबकि एवं फास्फेट की कमी होती है यह मिट्टी पराया धान की खेती के लिए उपयुक्त होती है

9.अन्य मिट्टी (indian soils) भारतीय मृदा

क्षारीय मिट्टी जिसे रेस, कल्लर ,थूर चोपन आदि नामों से जानते हैं इन मिट्टियों में जिप्सम का प्रयोग करके बरसीम चावल तंबाकू आदि फसलें उत्पादित की जाती है

What is soil । soil definition । भारतीय मृदा 

मिट्टी कई ठोस, सरल और जैसे पदार्थों का एक मिश्रण है। यह भूपर्पटी के सबसे ऊपरी भाग में पाई जाती है इनमें निर्जीव और सजीव दोनों तरह के पदार्थ पाए जाते हैं धरातलीय चट्टानों के अपक्षय जलवायु पौधों और करोड़ों भूमिगत जीवो के बीच होने वाले परस्पर क्रियाकलापों का अंतिम परिणाम ही मिट्टी है इन भौतिक रासायनिक तथा जैविक क्रिया प्रक्रियाओं के 1 लंबी अवधि तक कार्यरत रहने से ही मिट्टी की परतों का निर्माण होता है

मृदा के उपयोग,मिट्टी का महत्व

मिट्टी का महत्व मिट्टी एक महत्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधन है क्योंकि मिट्टी की ऊपरी 1 सेंटीमीटर मोटी परत को बनाने में डेढ़ सौ से 200 वर्षों का समय लगता है मिट्टी का महत्व लिखित तत्वों से स्पष्ट हो जाता है

मृदा के उपयोग, मिट्टी का महत्व-

  • स्थलीय भागों पर मिट्टी ऑनर्स पतियों की पोषक तत्व और वनस्पतियां जीव जंतुओं के लिए पोषक तत्व है यह विभिन्न जातियों एवं किस्मों की स्थलीय पेड़ पौधे एवं जीव जंतुओं के लिए अनुकूल पर्यावरण दशाएं एवं आवास उपलब्ध कराती है
  • भारत जैसे कृषि प्रधान देश में तो मिट्टी का उपयोग या महत्व और भी बढ़ जाता है क्योंकि यहां ज्यादातर जनसंख्या अपनी आजीविका के लिए कृष पर ही आश्रित है भारत के विशाल मैदान में पाई जाने वाली उपजाऊ जलोढ़ मिट्टी से विशाल जनसंख्या का भरण पोषण होता है अतः भारत में आर्थिक दृष्टि से मिट्टी की उपयोगिता
  • मिट्टी वर्षा के जल को अपने अंदर संचित करके भूमिगत जल का भंडारण करती है इस जल को वनस्पति तथा मिट्टी में रहने वाले जीव ग्राहण करते हैं

Indian soil । Gk in Hindi 

हमारे देश में केवल पर्वतीय क्षेत्रों को छोड़कर साल भर पौधों की वृद्धि के लिए अनुकूल दशाए जाती है प्राकृतिक वनस्पति और फसलों में वृद्धि के दृष्टिकोण से हमारे देश की भूमि की उपयोगिता अत्यधिक बढ़ गई है के रूप में मिट्टी पौधे की वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण कारक है।

Gk in Hindi । Indian soils 

प्रिय पाठकों, 

विगत वर्षों में प्रतियोगी परीक्षाओं के विभिन्न पदों के लिए होने वाली परीक्षाओं में सामान्य अध्ययन का महत्त्व काफी बढ़ गया है। हाल के कुछ परीक्षाओं में तो 95 प्रतिशत प्रश्न सामान्य अध्ययन से पूछे गए है। विगत वर्षों में आयोजित रेलवे Ssc, ias, PCS, upsc के लगभग परीक्षाओं में पूछे गए प्रश्नों का विस्तृत व्याख्या सहित हल मुख्य बिन्दु के रूप में प्रस्तुत किया गया है।साथ-ही-साथ Blog पर विभिन्न विषयों का संग्रह दिया गया है, जो परीक्षा की दृष्टि से काफी महत्त्वपूर्ण है।भारतीय मृदा -भारतीय मृदा का वर्गीकरण, प्रकार ,विशेषताएं , indian geography । Ssc 

Progkstudy for ssc and all competitive exams

पुनः अति महत्तवपूर्ण विषय के अंतर्गत क्षेत्रीय सामान्य ज्ञान,राष्ट्रीय प्रतीक एवं चिह, पुरस्कार एवं सान. खेल -कुद, विश्व दर्शन, परिवहन, संचार, फिल्म जगत, भारतीय मृदा -भारतीय मृदा का वर्गीकरण, प्रकार ,विशेषताएं , indian geography । Ssc ,उद्योग, बैंकिंग, मुद्रा-प्रणाली, बजट एवं बैट, कला एवं संस्कृति, सह शरीर, भारतीय प्रतिरक्षा, हमारी पृथ्वी, नोबेल पुरस्कार, प्रमुख गवर्नर जनरल एवं वायसराय के अलावा इतिहास राजव्यवस्था व्यवस्था,भूगोल, विज्ञान तथा कम्प्यूटर से संबंधित विषयों पर इनके अंतर्गत पूछे जाने वाले प्रश्नों का क्रमानुसार संग्रह दिया गया जो आपके लिए काफी लाभदायक सिद्ध होगी। 


Post a Comment

3 Comments